तिमाही नतीजों का विवरण
एचडीएफसी बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए हैं। दिसंबर 2024 को समाप्त हुई इस तिमाही में बैंक के कुल जमा (डिपॉजिट) में 4.2% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो अब 24.53 ट्रिलियन रुपये (286.03 बिलियन डॉलर) हो गई है। हालांकि, यह वृद्धि पिछली तिमाही के 5.1% के मुकाबले धीमी रही।
CASA डिपॉजिट और कर्ज की स्थिति
- CASA डिपॉजिट (चालू और बचत खाता): 1.1% की मामूली बढ़त दर्ज की गई।
- कुल कर्ज: बैंक का कर्ज 0.9% बढ़कर 25.43 ट्रिलियन रुपये तक पहुंचा, लेकिन यह भी पिछली तिमाही की तुलना में धीमी वृद्धि रही।
एचडीएफसी के साथ विलय का प्रभाव
एचडीएफसी बैंक का एचडीएफसी लिमिटेड के साथ जुलाई 2023 में हुआ विलय बैंक के कर्ज और संपत्तियों में उल्लेखनीय वृद्धि का कारण बना। हालांकि, कुल जमा की तुलना में कर्ज वृद्धि अधिक होने से बैंक पर या तो जमा बढ़ाने या कर्ज की वृद्धि को धीमा करने का दबाव बना हुआ है। इस दबाव को कम करने के लिए बैंक ने खुदरा कर्ज बिक्री की रणनीति अपनाई है।
रणनीतिक कदम
- सिक्योरिटाइजेशन: बैंक ने इस तिमाही में 216 अरब रुपये मूल्य के कर्ज का रणनीतिक रूप से सिक्योरिटाइजेशन किया।
- RBI की अनुमति: शुक्रवार को बैंक ने जानकारी दी कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने उसे कोटक महिंद्रा बैंक, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, और कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक में 9.5% हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी दी है।
सोमवार को शेयरों में तेजी की उम्मीद
इन सकारात्मक घटनाओं के चलते, सोमवार को एचडीएफसी बैंक के शेयरों में तेजी की संभावना जताई जा रही है।
एचडीएफसी बैंक का तिमाही प्रदर्शन स्थिर रहने के बावजूद, CASA डिपॉजिट में मामूली बढ़त और जमा की धीमी वृद्धि संकेत देते हैं कि बैंक को अपने कर्ज और जमा प्रबंधन में और कदम उठाने की जरूरत है। वहीं, आरबीआई से मिली अनुमति और रणनीतिक कर्ज बिक्री भविष्य में बैंक की स्थिति को और मजबूत कर सकती है।




